एक प्रौढ़ व्यक्ति की दो पत्नियाँ थीं. उनमें से एक उसकी हमउम्र थी और दूसरी उससे काफी छोटी थी.
दोनों पत्नियाँ अपने पति को अपने-अपने मनमाफिक रूप में देखना चाहती थीं. जब आदमी के बाल सफ़ेद होने लगे तो जवान पत्नी को यह अच्छा नहीं लगा. उसे लगा कि आदमी उसके पिता जैसा लगेगा, इसलिए हर रात को वह उसके बाल काढ़ती और सफ़ेद बालों को तोड़कर निकाल देती थी.
दूसरी ओर, आदमी की बड़ी पत्नी ने जब अपने पति को बुढ़ाते देखा तो उसे अच्छा लगा क्योंकि वह नहीं चाहती थी कि लोग उसे उसके पति की माँ समझ बैठें, इसलिए वह भी रोज़ दिन में उसके बाल काढ़ने लगी और काले बालों को तोड़कर फेंकने लगी. इसका परिणाम यह हुआ कि एक दिन वह आदमी पूरा गंजा हो गया.
अब केवल एक वाक्य में बताइए कि इस कहानी से हमें क्या शिक्षा मिलती है?
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